अदाणी समूह की कंपनियां अन्य भारतीय कंपनियों के बीच ‘सर्वाधिक आकर्षक’ लग रही हैं, क्योंकि अन्य भारतीय कॉरपोरेट तुलनात्मक रूप से ज़्यादा महंगे पड़ने वाले हैं. यह कहना है ब्रोकरेज तथा रिसर्च फ़र्म नोमुरा का, जिसके मुताबिक, बंदरगाह से बिजली तक के कारोबार में दखल रखने वाला अदाणी ग्रुप उस हालिया उथल-पुथल से निपटने में भी कामयाब रहेगा, जो अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा लाए गए अभियोग से हुई है.
नोमुरा के अनुसार, अदाणी समूह की तरलता प्रबंधन अवेयरनेस में एक साल पहले के मुकाबले काफ़ी सुधार हुआ है. रिसर्च फ़र्म के मुताबिक, वह अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों की कीमतों में भारी बदलाव के बीच प्रमोटर शेयर प्लेज लोन को लेकर परेशान नहीं है, क्योंकि इससे पहले अतीत में भी इस तरह के जोखिमों को मैनेज किया जा चुका है. दूसरी तरफ, अगर अदाणी समूह अल्पावधि में अपनी ग्रोथ को लेकर कम महत्वाकांक्षी हो, तो नोमुरा का मानना है कि समूह इस उथलपुथल से निपट सकेगा.
नोमुरा ने अदाणी मैनेजमेंट के बयान का हवाला देते हुए कहा कि DoJ द्वारा लाया गया अभियोग केवल आरोप हैं, जिनसे साबित नहीं होता कि भ्रष्टाचार विरोधी अनुबंधों का उल्लंघन हुआ, हालांकि दोषी करार दिए जाने पर उल्लंघन का संकेत माना जा सकता है.
अदाणी समूह ने बॉण्ड की कीमतों को सपोर्ट करने के लिए पूंजीगत खर्च में कटौती और बॉण्ड बाईबैक प्लान समेत व्यापक योजना की घोषणा की है. नोमुरा को उम्मीद है कि अदाणी कंपनियों के बॉण्ड का कारोबार क्रमिक तरीके से 7-8 फ़ीसदी के स्तर पर होना चाहिए.
अदाणी बॉण्ड पर नोमुरा
नोमुरा को अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड, अदाणी इंटरनेशनल कन्टेनर टर्मिनल, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड, अदाणी टी-वन ट्रांसमिशन लिमिटेड और अदाणी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के लिए बॉण्ड की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है.
नोमुरा ने कहा, “हम मानते हैं कि मौजूदा बॉण्ड कीमतों पर रिस्क-रिवॉर्ड आकर्षक नहीं है, लेकिन अदाणी में लम्बे वक्त तक बने रहेंगे, क्योंकि हमें ऊंचाई की तरफ अधिक संभावना नज़र आती हैं…”
अदाणी ग्रीन एनर्जी के लिए कीमतें 7 अंक तक बढ़ सकती हैं, अन्य के लिए इसमें 2-4 अंक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है. कहा गया है कि नकारात्मक पक्ष 5-16 अंक तक हो सकता है.